कबीर साहिब जी उर्फ कबीर परमेश्वर जी ने 104 वर्ष के रामानंद जी को ज्ञान चर्चा में पराजित किया तथा मुल्लाह काजियो के भी छक्के छुड़ा दिए
वे ब्रह्मा विष्णु महेश जी के पिता जी तथा माया ने किस तरह इस जीव को रोका है तथा जन्म मृत्यु के अंदर बांधा हुआ है इसका रहस्य हमेशा से बताते आ रहे थे लेकिन उनका विश्वास इसलिए लोग नहीं कर पाए क्योंकि उस समय ब्राह्मण वर्ग के अलावा कोई भी शिक्षित नहीं था इसी का फायदा ब्राह्मण वर्ग ने उठाया अन्य किसी के शिक्षित ना होने के कारण लोगों को भरमाकर उन्हें वेदों से गीता से वह ज्ञान नहीं बताया और तत्वज्ञान से स्वयं अपरिचित होने के कारण वह उस रहस्य को उजागर नहीं कर सके जिसमें ब्रह्मा विष्णु महेश जी के पिता का प्रकरण हो अथवा पूर्ण परमात्मा कौन है कैसा है कैसे मिलेगा इसको बता सके
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी वह पूर्ण संत है जो ग्रंथों से वेदों से यह बता रहे हैं कि पूर्ण परमात्मा कबीर साहिब जी हैं तथा गीता वेद पुराण पुराण गुरु ग्रंथ साहिब आदि यही प्रमाण कर रहे हैं